Page 29 - MORD Coffee Table Book
P. 29

�धानमं�ी
                                                                                                                                            �ाम सड़क योजना





                    डोली से कोरना तक, अब हर रा�ा है आसान, हर मं�जल है पास




                                                                                                     र्
                      े
                                                                            �
            राज�ान क बालोतरा �ज़ले क दूर-दराज़ ग�व� म�, जह� एक समय सड़क                अब यह सड़क �सफ एक रा�ा नह�, ब�� समृ�द्ध और सम� �वकास का
                                       े
                                                                                                                                            े
                                                                                                   ै
                                                                                                        र्
                                                                            े
                           ं
                र्
            �सफ क�ी पगडिडय� और मु��ल� का नाम होती थ�, अब वह� �वकास क                �तीक बन चुक� ह। �सफ 9 महीन� म�, यह रा�ा अब ग�व वाल� क �लए एक
                                                         े
            नए रा�े खुल चुक ह। यह रा�े अब कवल ज़मीन क रा�े नह�, ब�� उन               नई उ�ीद का सूरज बन चुका ह। िकसान अपनी फसल� अब �बना िकसी डर
                                             े
                              �
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                                                                                                                  �
                                     �
                              े
            सपन� और उ�ीद� क रा�े ह, �ज� यह� क लोग अपनी मेहनत और संघषर् से           क मंडी तक समय पर पहुंचा पा रह ह, �ापार� अपनी व�ुए तेजी से और स�े
                                                                                                                                     ं
                                                                                     े
                                                                                                                े
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                                                                                                   े
            पंख द रह थे।                                                            दाम� म� बेच पा रह ह। परा�लया क बालाजी मठ जाने वाले �द्धालुओं को अब
                 े
                    े
                                                                                                     �
                                                                                                                े
                                                                                                                          ै
                                                                                    या�ा का हर पल सुखद और आसान लगता ह।
            डोली से कोरना तक क� सड़क, जो 1998 म� बनी थी और महज़ 3.75 मीटर
                                                                                                         ं
                                                                                              े
                                                                                                                             ै
                                                                         े
            चौड़ी थी, आज एक नई श� म� सामने आई ह। पहले यह रा�ा न कवल                  यह सड़क कवल एक क��ट का रा�ा नह� ह, ब�� यह उस संघषर् और
                                                     ै
                                                                                                                   े
                                                                                                                                          �
                                                                     े
                                                                                                     ै
            संकरा था, ब�� हर मोड़ पर खतर� से भरा हुआ था। बरसात क �दन� म�             समपर्ण का �तीक ह जो इन ग�व� क लोग रोज़ महसूस करते ह। पहले जह�
            क�चड़ और जलभराव, सड़क को पार करना िकसी चुनौती से कम नह� था।               हर मोड़ पर समय और मेहनत क� बब�दी होती थी, वह� अब यह सड़क जीवन
                                                                                                                ै
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                         ै
            भार� टक एवं ट�र, सब इसी सड़क से गुजरते थे, जो अ�र िकसी न िकसी            क� ग�त को तेज़ी से बदल रही ह। यह रा�ा कवल भौ�तक दूर� नह� घटाता,
                 �
                                                                                                                           े
                                                                                               े
            हादसे को दावत द दता था।                                                 ब�� यह� क लोग� क सपन� को भी नज़दीक लाता ह।
                                                                                                                                  ै
                                                                                                       े
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                                                                                                                   �
            लेिकन �धानमं�ी �ाम सड़क योजना (फज़-III) क अंतगतर्, जून 2023 म� शुरू       अब, जब बा�रश क� बौछार आती ह, तो सड़क क� सतह अब जलम� नह�
                                             े
                                                     े
            हुई सड़क पुन�नर्म�ण �ि�या ने इसे �सफ चौड़ा नह� िकया, ब�� ग�व वाल�         होती। अब या�ी �बना िकसी बाधा क अपने गंत� तक पहुंचते ह। अब �शक्षा,
                                                                                                                                          �
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                                                                                                                                                �
            क� �ज़ंदगी म� एक नई र�ार का एहसास �दलाया। लोक �नम�ण �वभाग ने             �ा� और रोज़गार तक पहुंचने क रा�े और भी आसान हो गए ह। यह
                                                                                                                   े
                                                                                                                                      े
                                                                                              े
            इसे 5.50 मीटर चौड़ा कर, हर मौसम म� सुर�क्षत और �नब�ध बना �दया,           सड़क अब कवल एक भौ�तक संरचना नह�, ब�� यह उनक जीवन क� �दशा
                                    े
                                                                                                                   ै
            �जससे अब यह� क� राह न कवल आसान हो गईं, ब�� हर कदम म� �व�ास              बदलने वाली एक उ�ीद बन चुक� ह।
                                �
            और ग�त का एहसास होने लगा।
                                                                                                                                                      27
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